• सबका सहयोग-सबकी सरकार, की विचारधारा के साथ यूपी चुनाव में एआईएमएफ की दस्तक

    इन-दिनों ब्यूरो – कानपुर- उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में ऑल इंडिया माइनॉरिटीज फ्रंट (एआईएमएफ) ने दस्तक दे दी है। सबका सहयोग-सबकी सरकार के नारे के साथ पार्टी यूपी चुनाव के कई शहरों अपने उम्मीदवार को टिकट दे रही है। 

    शनिवार को लखनऊ में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अंजार अनवर खान ने बताया कि एआईएमएफ दो दशकों से ज्यादा पुरानी पार्टी है और देश के कई प्रदेशों में चुनाव लड़ चुकी है। इस बार पार्टी उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में अपने उम्मीदवार उतार रही है। उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि देश और लोकतंत्र को तोड़ने वाली राजनीति से आम जनमानस को छुटकारा दिलाया जाए। अनवर खान का मानना है कि सभी धर्मों के धर्म गुरुओं को प्रमुख धारा से जोड़ना चाहिए। 

    पार्टी के राष्ट्रीय सचिव वारिस अली ने कहा कि हमारी पार्टी किसी भी धर्म, जाति या समुदाय के साथ भेदभाव नही करती है। सभी समुदाय के लोगों का हमारी पार्टी में स्वागत है और हम इसी विचारधारा के साथ आन जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने कहा कि धर्म और जाति की जगह हमारी पार्टी शिक्षित उम्मीदवारों पर भरोसा करती है। 

    जानकारी देते हुए अंजार अनवर खान ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस. एम. आसिफ ने अभी तक प्रदेश में पांच उम्मीदवार घोषित कर दिए है। जिसमे अलीगढ़ के कोल विधानसभा से इरफान अंसारी, शहर से अकील समदानी, कानपुर के कल्याणपुर क्षेत्र से वरिष्ठ पत्रकार अनुराग अग्रवाल, गाजीपुर से शायर मुहम्मद इस्माइल अंसारी और सहारनपुर से वरिष्ठ पत्रकार अहमद रज़ा है। इस मौके पर कानपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता विजय बक्शी, पार्टी के पदाधिकारी सफकतुल्ला बेग और कानपुर से ईसाई समुदाय के प्रतिनिधि विनय डेनियल भी मौजूद थे।

  • आल इंडिया माइनोरिटीज फ्रंट संवाददाता सम्मेलन के प्रमुख मुद्दे

    मारा दल धार्मिक आस्थाओं के आधार पर समाज मे बंटवारे के विरुद्ध है। जाति, भाषाओं और क्षेत्रीय आधार पर भेदभाव के खिलाफ संघर्ष का हम संकल्प लेते हैं। भारतीय संविधान और इसमें मौजूद मौलिक अधिकारों के लिए सतत संघर्ष करेंगे। 

    सरकार में आने पर हम देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश को शिक्षा, विज्ञान -तकनीक,उद्योग व्यापार, पारंपरिक उद्योग धंधों और लोक कलाओं को संरक्षण और उसका प्रसार कर सर्वश्रेष्ठ प्रदेश बनाएंगे।

    1. हर घर को 24 घंटे शुद्ध जल उपलब्ध कराएंगे और 25 हज़ार लीटर पानी मुफ्त उपलब्ध कराया जाएगा।

    2. 24 घंटे मिलेगी बिजली और 400 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी। 

    3. हर बच्चे को ग्रेजुएशन तक  शिक्षा की गारंटी।

    3. सबको सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा।

    4. छात्रों को भी मुफ्त यात्रा का होगा प्रावधान।

    5. नदियों और शहरों को प्रदूषण मुक्त बनाया जाएगा।

    6. पुलिस में महिलाओं के भागीदारी 40  प्रतिशत करना और महिला सुरक्षा के लिए विशेष रेलों बसों में मार्शल तैनात किए जाएंगे।

    7. झुग्गी बस्तियों को उन्ही स्थानों पर पक्के मकान और सभी बस्तियों में  बुनियादी सुविधाएं।

    8. बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराने का प्लान।

    9. इंग्लिश स्पीकिंग की क्लासें ।

    10. सफाईकर्मी की ड्यूटी के दौरान मौत पर उसके परिवार को एक करोड़ का मुआवजा।

    11. मास्टर रोल कर्मचारियों को पक्का करना और – नए सफाइकर्मचारियों की नियुक्ति

    12. किसानों के हक में भूमि सुधार अधिनियम में संशोधन

    13. पुराने वैट मामला की एमनेस्टी स्कीम@ रेहड़ी पटरी वालों को कानूनी संरक्षण

  • केंद्र सरकार देश हित में तालिबान से बात करने की दिशा में बढ़ रहा है : एम आसिफ

    क्या उन पर अभी भी मुकदमा चलेगा जिन लोगों ने तालिबान को लेकर बयान दिया
    एक बयान जारी कर ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के डॉक्टर सैयद मोहम्मद आसिफ ने कहा मिल रही सूचना के अनुसार देश हित में अफगानिस्तान कि सत्ता पर काबिज होने वाले तालिबान के साथ बात करने के दिशा में भारत तेजी से बढ़ रही है और बहुत जल्द तालिबान के साथ बात प्रारंभ हो सकता है 2 दिन पूर्व रूस के प्रधानमंत्री विला दी पुतिन के साथ 45 मिनट तक टेलीफोन पर वार्ता हुआ उसके बाद ही भारत वार्ता करने के दिशा में बड़ा है

    सूत्रों से यह भी खबर मिल रही थी के केंद्र सरकार अनऑफिशियली रूप से काबुल पर कब्जा करने के बाद सरकार संपर्क में है यह खबर आने के बाद भी सरकार ने इसका खंडन नहीं किया दोहा में भी कई देशों के साथ भारत भी तालिबान के साथ मीटिंग में शामिल रहा है सरकार ने कभी इसका भी खंडन नहीं किया तालिबान से अब सीधे बात करने के बाद रूस चीन पाकिस्तान ईरान के साथ भारत सरकार भी अफगानिस्तान में बनने वाली सरकार को मानवता देने पर विचार कर सकती है

    डॉ आसिफ ने कहा मैंने पहले भी इन दिनों समाचार पत्रों के माध्यम से बयान दे चुका हूं कि देश हित में तालिबान से बात करना चाहिए अफगानिस्तान भारत का पड़ोसी देश है और बरसों से भारत के साथ उसके संबंध और देशों से अच्छे रहे है यह तालिबान 2001 वाले नहीं कुछ बदले बदले से हैं 2021 का तालिबान कुछ अलग है 3 अरब डॉलर से अधिक का प्रोजेक्ट अफगानिस्तान में भारत का चल रहा था भारत क्यों छोड़ दे भारत सरकार तालिबान से वार्ता में यह समझौता करे के जो भी आतंकवादी संगठन भारत के खिलाफ काम कर रही है उनको समर्थन ना करें अपनी धरती का प्रयोग करने दे आज जो कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में सम्मिलित है अगर वह भागकर अफगानिस्तान में जाते हैं तो उन्हें भारत के हवाले कर दे अफगानिस्तान में रह रहे भारतीयों को पूर्ण रूप से सुरक्षा दिया जाए और व्यापार जिस तरह चल रहा था उसे और बढ़ावा दिया जाए आज के तालिबान भी जानते हैं के भारत के साथ संबंध मजबूत बना करही देश में खुशहाली ला सकते हैं

    डॉ आसिफ ने कहा तालिबान का काबुल पर कब्जा होने के बाद अपने देश से अमेरिका को निकाल कर आजादी हासिल करने की बधाई देने वाले बयान और सोशल मीडिया पर तालिबान सरकार बनने पर कॉमेंट करने या बयान देने वालों पर केंद्र सरकार की पार्टी के उच्च पदों पर बैठे लोगों ने मुसलमानों को कहने लगे जिनको भारत में डर लगता है वह अफगानिस्तान चले जाए इसके पहले पाकिस्तान भेजने की बात की जाती थी अनेक जगहों पर लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए अब जबकि भारत सरकार आने वाले समय में तालिबान सरकार से वार्ता करती है तो जिन लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है गालियां दी गई है क्या वह वापस होगा भारत सरकार ने आधिकारिक रूप से अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद भी कभी नहीं कहा के अफगानिस्तान पर आतंकवादियों का कब्जा हो गया है

    सरकार खुले तौर पर उन्हें आतंकवादी नहीं मान रही थी लेकिन भारत मैं जिन लोगों ने अमेरिका को अफगानिस्तान से निकालने पर तालिबान का समर्थन किया उन उन को आतंकवादी कहा गया गाली दी गई देश का गद्दार कहा गया मुसलमानों के विनोद माहौल बनाया जाने लगा उन पर मुकदमा दर्ज हुआ हमारी हमारी पार्टी मांग करती है कि जब भारत सरकार देश हित में वार्ता के लिए आगे बढ़ रहा है तो उन लोगों पर से मुकदमा वापस लिया जाए

  • अफगानिस्तान में भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करें मोदी- डॉ आसिफ

    तालिबानी शासन के साथ भारत सरकार अपनी स्तिथि स्पस्ट करे- माइनोरिटीज फ्रंट

    sm-asif-picनई दिल्ली। आल इंडिया मैनोरिटीज़ फ्रंट के अध्यक्ष डॉ सैयद मोहम्मद आसिफ ने अफगानिस्तान में हुए सत्ता परिवर्तन पर चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि अफगानिस्तान में सभी भारतीयों की सुरक्षा का प्रबंध प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को युद्धस्तर पर करना चाहिए।

    डॉ आसिफ ने यहां जारी बयान में कहा कि प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री बताएं कि  किस प्रकार  हमारे राजदूत, स्टाफ और हमारे नागरिक भारत सुरक्षित वापस आएंगे और अफगानिस्तान के साथ हमारी भविष्य की रिलेशनशिप और रणनीति अब क्या होगी।

    उन्होंने कहा कि स्तिथि अत्यंत गंभीर मोड़ पर है तालिबान पाकिस्तान  से पाकिस्तान के संरक्षण में भारत विरोधी उग्रवादी गतिविधि करते हैं और हमारी सेनाओं और हमारे नागरिकों को निशाना बनाते हैं।

    उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान मौजूद स्वरूप बदल चुका है , वहां तालिबान का कब्जा हो गया है, तो भारत सरकार की खामोशी आत्मघाती हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  से अनुरोध है कि चुप्पी तोड़ें और बताएं भारतीय नागरिकों की सुरक्षित देश वापसी कैसे और कब होगी। इस अति गंभीर माम्पले पर विपक्ष को भी विश्वास में लीजिए।

    माइनोरिटीज फ्रंट के अध्यक्ष ने कहा कि  इनका सीधा-सीधा असर हमारी सीमा, खासतौर से जम्मू-कश्मीर पर पड़ता है, इसलिए देश के सामरिक हितों की रक्षा के लिए क्या कारगर कदम उठाए जाएंगे, इस बारे चर्चा करके देश को विश्वास आप विश्वास में लें।

    डॉ आसिफ ने कहा कि अफगानिस्तान में हालात दिल दहला रहे हैं, एयरपोर्ट से, लोग सीढ़ियों पर लटक कर गिर रहे हैं, मौत हो रहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी बयान में यह कहना, हैरत में डालने वाला है कि हिंदुस्तानियों को वापस लाने की हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं।  हिंदुस्तानियों को वतन वापसी, सुरक्षित तौर होनी चाहिए। मोदीजी भविष्य की रणनीति क्या है, इसको लेकर देश को विश्वास में लीजिये।

  • स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई वैक्सीन लेने वाले भी मास्क का प्रयोग करें : एस एम आसिफ

    वैक्सीन लेने वाले ढाई लाख लोग कोरोना संक्रमित हो गय  झंडा तोलन में मास्क लगाकर जाएं: AIMF

    sm-asif-picनई दिल्ली  –  एक बयान जारी कर ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के डॉ सैयद मोहम्मद आसिफ ने कहा कोरोना अभी हारा नहीं खतरा बरकरार है स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार देश में टीका लगाने वाले ढाई लाख लोक कोरोना संक्रमित हो गय हैं देशभर में 2 लाख 58 हजार 560 व्यक्तियों में ब्रेकथ्रू इंफेक्शन यानी टीका लेने के बाद भी संक्रमित हो गए हैं वैक्सिंग का पहला डोज लेने के बाद 1 लाख 71 हजार 511 और दूसरी डोज के बाद 87 हजार 49 लोगों में ब्रेकथ्रू इंफेक्शन हो गया है भारत में चल रहे टीका अभियान में तीन टीके दिए जा रहे हैं को वैक्सीन कोवी शिल्ड स्पूतनिक मैं ब्रेकथ्रू इंफेक्शन से ग्रस्त मरीज की पहचान हुई है

    अब तक जितने टीके पड़े हैं उसमें से 0.048% ब्रेकथ्रू इंफेक्शन से ग्रस्त मरीज पाए गए डॉ आसिफ ने कहा डॉक्टरों के अनुसार इससे चिंतित होने की बात नहीं है यह मानकर चलना चाहिए के 5% से 20% वैक्सीन का दोनों डोज जीने के बाद भी कोरोना संक्रमित हो सकते हैं इसलिए जरूरी है के कोरोना से बचाव के लिए हमें जागरूक रहना पड़ेगा सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना होगा और घर से निकलते समय किसी भी सार्वजनिक स्थान पर मास्क का प्रयोग करना पड़ेगा वैक्सिंग देने के बाद भी अगर हमने लापरवाही की तो हम कोरोना के शिकार हो सकतेy हैं यहां भी वही स्लोगन अपनाना होगा सावधानी हटी दुर्घटना घटी डॉ

    आसिफ ने कहा टीका नहीं लेने वालों पर 80% संक्रमित होने का खतरा बना रहता है इसलिए अपने नजदीकी वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर खुद भी टीका लगवाए और परिवार के साथ 18 साल से ऊपर के आयु के लोगों को भी टीका लगवाएं अभी भी प्रतिदिन 38 से 40 हजार नए कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं 400 से 500 लोगों की बुद्धू हो रही है आज भी एक्टिव केस 4 लाख से ऊपर बने हुए है बच्चों के स्कूल खोल खुल गए हैं और कई राज्यों में 1 सितंबर से स्कूल खोलने की प्रक्रिया पर विचार हो रहा है शिमला में स्कूल खुलने के बाद बंद हो गए हैं भगत सहित 170 देशों में 12 साल तक के बच्चों को टीकाकरण अभी शुरू नहीं हुआ ह स्कूलों में कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रखा जाता है तो बच्चे संक्रमित हो सकते हैं

  • पत्रकारों पर झूठा मुकदमा और हत्या मैं बढ़ोतरी हुई है सरकार पत्रकारों का सम्मान करे : यस एम आसिफ

    ताजा रिपोर्ट के अनुसार पिछले 1 साल में प्रशासन द्वारा 227 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ13 हत्या हुई: ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट

    dr-sm-asifनई दिल्ली –  एक बयान जारी करते हुए ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के डॉ सैयद मोहम्मद आसिफ ने कहा  ताजा रिपोर्ट जो प्रकाशित हुई है उसके अनुसार सरकार और प्रशासन की ओर से 227 पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज हुआ और 13 हत्याएं हुई जिसमें सरकार और प्रशासन ने इन पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है अभी भी बहुत सारे पत्रकार जेल में बंद है इनका कसूर यह है के इन लोगों ने सरकार की नीति के खिलाफ लिखा या उत्तर प्रदेश राज्य में कोरोना काल में सरकार द्वारा लोगों को जो चावल वितरित हो रहे थे वह सड़े हुए थे इसी राज में स्कूल में बच्चों को मिड डे मील में नमक रोटी दे देने के समाचार को चलाने और दिखाने के कारण गिरफ्तारी हो गई कई पत्रकारों पर देशद्रोही जैसे संगीन मुकदमे दर्ज कर जेल में बंद कर दिया गया जिन माफियाओं के खिलाफ पत्रकारों ने आवाज उठाई उन पत्रकारों की हत्या कर दी गई पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है

    राजनीतिक विश्लेषक का मानना है के जो भी पत्रकार सरकार के नीतियों के विरुद्ध आवाज उठाता है उसकी आवाज को दबाने के लिए जेल में डाल दिया जाता है आज देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति बनी हुई है बहुत सारे मीडिया कर्मी सरकार के गलत नीतियों का खुलेआम समर्थन करते हैं कुछ समाचार पत्रों और टीवी चैनल को छोड़कर समाचार पत्र हो या टीवी चैनल वही समाचार देखने या पढ़ने को मिलता है जो सरकार के हित में हो बहुत कम समाचार पत्र लिखते हैं या दिखाते हैं के देश की आर्थिक स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है
    महंगाई बेरोजगारी अपनी चरम सीमा पर है पिछले 7 वर्षों में पेट्रोल और डीजल रसोई गैस के दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई है राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बाकी के समाचार पत्रिका टीवी पहले इस पर बात करने की जगह दो समुदाय के बीच नफरत फैलाने वाला समाचार पत्रों या टीवी चैनलों पर बहस करते है और सरकार का समर्थन करते हुए बहस करते नजर आएंगे देश की समस्या के लिए मौजूदा सरकार की जगह विपक्षि पार्टियों से सवाल किया जाता है
    डॉ आसिफ ने कहा आज पूरे विश्व मैं पत्रकारों की आजादी के मामले में भारत 142 वे स्थान पर है इंदिरा गांधी के समय आपातकाल के बाद भारत में कभी ऐसी स्थिति नहीं थी जैसी आज है हमारी पार्टी मांग करती है सभी पत्रकारों पर से मुकदमे वापस लिए जाएं जो जेल में बंद है उनको रिहा किया जाए जिन पत्रकारों की हत्याएं हुई उनके परिजन को उचित मुआवजा दिया जाए और सरकार पत्रकारों को सुरक्षा प्रदान करे
  • सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी अपराधी पृष्ठभूमि के लोगों को पार्टी ने क्यों टिकट दिया एस एम आसिफ

    सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करने पर 10 पार्टियों पर जुर्माना लगाने का फैसला सही है  AIMF

    dr-sm-asifएक बयान जारी करते हुए ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के डॉ सैयद मोहम्मद आसिफ ने कहा 13 फरवरी 2020 के एक आदेश दिया था के सभी पार्टियां चुनाव से पूर्व चुनाव में नामांकन करने के बाद जो भी अपराधिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवार होंगे उनके नामों को सार्वजनिक कर मतदाता को बताया जाए सरकार ऐसा कानून लाए जिसमें अतीत में अपराध से जुड़े लोग ताकि अपराधी मुक्त लोग ही चुनाव लड़ सकें जस्टिस नरीमन ने 71 पेज के आदेश में साफ कहा है चुनाव में जीत हासिल करने के लिए अपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को पाटिया टिकट ना दें

    13 फरवरी 2020 के आदेश के बाद पहली बार बिहार मैं चुनाव हुआ चुनाव आयोग के अनुसार 10 पार्टियों ने 469 अपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को टिकट दिया भविष्य में सभी पार्टियां सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग के दिशा निर्देश का पालन करें ताकि राजनीतिक अपराधीकरण से मुक्त हो विधि शाखा मैं अब तक कानून क्यों नहीं बनाया ताकि अपराधिक बैकग्राउंड में अपराध करने वाले चुनाव नहीं लड़ सके जस्टिस आर एफ नरीमन और बीआर गोगोई के बेंच ने आदेश का पालन नहीं करने पर 10 पार्टियों पर जुर्माना लगाया है कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर 5 लाख राष्ट्र राष्ट्रीय जनता दल जनता दल यूनाइटेड कांग्रेस पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी भारतीय जनता पार्टी पर 1  1 लाख का जुर्माना लगाया है

    डॉ आसिफ ने कहा सभी पार्टियों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करना चाहिए हमारी पार्टी शुरू से मांग करती आ रही है के भारत की राजनीति अपराधी मुक्त हो अपराधिक पृष्ठभूमि वालों को कोई भी पार्टी टिकट नहीं दे यह सही है के पिछले कुछ दिनों से राजनीति का अपराधीकरण हो रहा है जो जो लोकतंत्र के लिए खतरा है

  • मोदी जी अंग्रेजों के बनाये राजद्रोह कानून से इतना प्रेम क्यों है – डॉ आसिफ

    आई पी सी की धारा 124 ए के तहत दायर सभी मुकदमों को वापस ले सरकार- माइनोरिटीज़ फ्रंट

    sm-asif-picनई दिल्ली – आल इंडिया माइनोरिटीज़ फ्रंट के अध्यक्ष डॉ सैयद मोहम्मद आसिफ ने कहा है कि   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सात वर्षों के शासनकाल में अंग्रेजों द्वारा बनाये गए कानून के तहत हज़ारों लोगों के खिलाफ दर्ज मुकदमों में अत्यधिक वृद्धि दर्शाती है कि ये सरकार असहमति के स्वर को सुनना भी गवारा नहीं करती है। उन्होंने कहा इसी कानून के तहत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और स्वतंत्रता सेनानी बालगंगाधर तिलक को अंग्रेजों ने जेल में डाल था। उन्होंने कहा इस अमानुषिक कानून को फौरन वापस लिया जाना चाहिए।

    डॉ आसिफ ने यहां जारी बयान में याद दिलाया कि सत्ता में आने से पहले खुद भाजपा इस क्रूर कानून को हटाए जाने की मांग किया करती थी और अब खुद उसी कानून को विरोध का स्वर कुचलने के लिए प्रयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि आज़ाद भारत मे अब अंग्रेजों के द्वारा बनाये गए आई पी सी कानून की ज़रूरत नहीं है। भारतीय जनता पार्टी को अब आई पी सी कानून को बदले का अपना वायदा पूरा करना चाहिए।आई पी सी की धारा 124 ए के तहत दायर सभी मुकदमों को वापस ले सरकार।

    माइनोरिटीज़ फ्रंट के नेता ने कहा कि आई पी सी  की 124 धारा को लेकर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने जो विचार प्रकट किए हैं, केंद्र सरकार उसे स्वीकार कर ले। उन्होंने सवाल किया कि जब सर्वोच्च अदालत के चीफ जस्टिस वी एन रमन्ना इस धारा को रद्द करने के लिए कह रहे है तो केंद्र सरकार क्यों बनाए रखना चाहती है ?

    ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के संस्थापक अध्यक्ष डॉ सैयद मोहम्मद आसिफ ने कहा कि केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ए वी रमन्ना के विचारों से सहमत होना चाहिए।  आजादी के 75 साल बाद भी लोगों के आवाज को दबाने के लिए इस धारा का उसी तरह इस्तेमाल  किया जा रहा है जैसा अंग्रेजी सरकार इस कानून को लाकर भारत वासियों की आवाज को दबाने के लिये किया करती थी। आईपीसी 124 ए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और बाल गंगा तिलक पर भी यह धारा लगाकर राजद्रोह का मुकदमा कायम किया गया  था । वी एन रमन्ना ने कहा के आज लोगों की आवाज दबाने के लिए इस धारा का बेजा इस्तेमाल करते हुए राजद्रोह का मुकदमा लगाकर जेल में बंद किया गया है । खासकर देश के दूरदराज के क्षेत्रों में भी इस धारा का प्रयोग कर उनकी आवाज को दबाने के लिए राजद्रोह थोपा जाता है। यह भी सच है कि उन्होंने कहा कि जिन लोगों पर राजद्रोह का मुकदमा चलाया गया उनमे से कुछ  गिने चुने लोगों को ही सजा मिली है । डॉ आसिफ ने कहा कि  जो अफसर इस धारा का प्रयोग कर रहे हैं उनकी भी जवाबदेही तय होनी चाहिए।  चीफ जस्टिस ने साफ शब्दों में कहा कि आज इस धारा की कोई जरूरत नहीं।

    डॉ आसिफ ने कहा आज भी उत्तर प्रदेश से लेकर देश के कई राज्यों में पिछले 7 वर्षों से अपनी मांगों को लेकर जो सड़कों पर आता है सरकार के विरुद्ध आवाज उठाता है या नारा लगाता है चाहे वह पत्रकार हो साहित्यकार हो या  नेता हो उनके खिलाफ इस धारा का प्रयोग कर जेल में डाल दिया गया है।

    उन्होंने कहा कि  सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को सरकार को यह आदेश देना चाहिए के ऐस लोगों को अभिलंब रिहा किया जाए जो किसी पार्टी साहित्य और पत्रकारिता से जुड़े हुए हैं, सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए उनके ऊपर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज हुआ है। वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में सरकार के कार्यक्रम और काम से अ सहमत होकर अपनी आवाज उठाते हैं, उससे  प्रजातंत्र अधिक मजबूत होता है

    डॉ आसिफ ने कहा  यह कानून संस्थानों के कामकाज के लिए गंभीर खतरा है। कई पुराने कानून हट रहे हैं तो इसे हटाने पर विचार क्यों नहीं होना हो।  डॉ आसिफ ने कहा हमारी पार्टी सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के बातों से सहमत है और उसका समर्थन करती है इस धारा को हटा लिया जाए लोगों के बोलने लिखने अपने विचार प्रकट करने के लिए सविधान ने जो अधिकार दिया है , इस धारा का प्रयोग नहीं होना चाहिए पिछले 7 वर्षों में 65% इस धारा के प्रयोग में वृद्धि  हुई है।  धारा IPC 124 A को हटा लिया जाए।

  • गरीब जहां हैं बच्चे ज़्यादा वहाँ ,कोई एक समुदाय दोषी नहीं-डॉ आसिफ

    जनसंख्या नियंत्रण कानून का स्वागत करता है माइनोरिटीज़ फ्रंट

    dr-sm-asifनई दिल्ली । आल इंडिया माइनोरिटीज़ फ्रंट के अध्यक्ष डॉ सैयद मोहम्मद आसिफ ने स्वागत करते हुए कहा कि अधिक बच्चे होना किसी एक समुदाय विशेष की समस्या नहीं है। माध्यम वतग और संपन्न परिवारीन में दो या तीन से अधिक बच्चे नहीं होते हैं। जनसंख्या वृद्धि का मुख्य कारण अशिक्षा और गरीबी है। सरक ईमानदारी से इस ओर ध्यान दे तो ऐसे कानून की ज़रूरत ही न पड़े।

    उन्होंने यहां जारी एक बयान में कहा कि  सरकार जनसंख्या नियंत्रण के नाम पर सामाजिक सौहार्द न बिगड़े। सरकार सौहार्द बिगड़ने वालों के लिए कानून बनाये और उनके खिलाफ कार्यवाही करे।

    डॉ आसिफ ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण पर तो कानून बन गया अब बढ़ती महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार पर रोक के लिए भी सरकार कड़े कानून बनाये।

    ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के संस्थापक अध्यक्ष डॉ सैयद मोहम्मद आसिफ ने लोगों से अपील करते हुए कहा है मुट्ठी भर लोग देश की आपसी गंगा जमुनी सभ्यता को अपनी गलत बयानबाजी से तार तार करना चाहते हैं। जनता नफरत फैलाने वाली की बातों में ना आए देश की एकता अखंडता सर्वोपरि है।

    ज़हरीले प्रचार से भड़की ज्वाला नहीं देखती कि कौन मुसलमान है कौन हिंदू कौन स्वर्ण कौन दलित  सीधे-साधे इसके शिकार हो जाते हैं। डॉ आसिफ ने कहा  जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए कानून बनाया गया है हमारी पार्टी उसका स्वागत करती है । साथ ही यह भी मांग करती है के देश के अंदर झूठा प्रचार कर जो अल्पसंख्यकों  को बदनाम करने का मुट्ठी भर लोग साजिश कर रहे हैं। देश में बढ़ती महंगाई भ्रष्टाचार बढ़ रही बेरोजगारी पर नियंत्रण के लिए भी सरकार नए कानून लाए जिस प्रकार तीन तलाक धारा 370 किसी कानून पास किया है मुट्ठी भर लोग  हिन्दू अल्पसंख्यक हो जाएंगे और मुसलमान बहुसंख्यक यह झूठ प्रचार बंद  होना चाहिए। उन्होंने आंकड़े देकर बताया कि  आज भारत मैं 14% मुस्लिम आबादी है और 80% हिंदू आबादी है 2011 जनगणना के अनुसार आबादी बढ़ने का आंकड़ा बराबर था तो कैसे हिंदू अल्पमत में आ जाएंगे ?

    भारत पाकिस्तान का विभाजन हुआ पाकिस्तान मैं 12 से 13% हिंदू थे जो आज घाट कर केवल 4% रह  गए हैं ,या तो उनको मार दिया गया या उनका धर्म परिवर्तन करा लिया गया। यह झूठ लगातार फैलाया जा रहा है जबकि सच ये है कि  पाकिस्तान दो भागों में बांटा था पश्चिम पाकिस्तान पूर्वी पाकिस्तान 1971 के बाद पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश बना जहां आज भी हिंदू है और जो 4% हिंदू जनसंख्या पश्चिम पाकिस्तान में थी आज भी है। यह नफरत भरी झूठे प्रचार प्रचार करने वाले कितनी बार इस सच्चाई को सामने लाते हैं । इनकी जांच होनी चाहिए देश की सभी पार्टियां एक साथ मिलकर नफरत फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लोगों को जागरूक नहीं करें । ऐसे लोग समाज में जहर घोलकर देश को बर्बादी के कगार पर खड़ा कर देंगे।

  • राजधानी को लूटपाट की नगरी न बनने दें मोदी और शाह करें हस्तक्षेप : माइनोरिटीज़ फ्रंट

    दिल्ली में जानलेवा हमले लूट और अपराधों रोकने में क्यों असमर्थ है दिल्ली सरकार : डॉ आसिफ

    sm-asif-picनई दिल्ली – कोरोना महामारी काल में देश की राजधानी दिल्ली हत्याओं और लूटपाट की राजधानी बन गयी है। अराजकता की स्तिथि के लिए दिल्ली सरकार पूरीं तरह से नाकाम साबित हो चुकी है। इसलिए दिल्ली को रहने लायक शहर बनाये रखने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संकट मोचक गृह मंत्री अमित शाह को अविलंब हस्तक्षेप करना चाहिए।
    आल इंडिया माइनोरिटीज़ फ्रंट के अध्यक्ष डॉ सैयद मोहम्मद आसिफ ने उक्त बयान जारी करते हुए कहा कि दिल्ली की इस भयावह स्थिति को नहीं संभाल गया तो यहां अराजकता फैल जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि  कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के उपराज्यपाल को राजधानी के लोगों के जन माल की कोई परवाह नहीं है। उन्हें नागरिको को भयमुक्त बनाना था लेकिन दिल्ली में अपराधी भयमुक्त हो गए है। दिल्ली।पुलिस जनता को सुरक्षा देने में कोई रुचि नहीं दिखाई दे रहे है।

    उन्होंने कहा कि दिल्ली के बाड़ा हिंदू राव इलाके मेंनबदमाशों ने सरेआम अंधाधुंध फायरिंग की गोली लगने से दो राहगीरों की मौत हो गयी। इसी तरह द्वारका में एक परिवार को दिनदहाड़े बन्धकनबना कर बदमाश लुटेरों ने लाखों की नगदी घर के आभूषण लूट लिए। पुलिस अभी तक उन्हें पकड़ने में नाकाम है।

    माइनोरिटीज़ फ्रंट के अध्यक्ष डॉ आसिफ ने कहा जघन्य अपराधों का सिलसिला लगातार बना हुआ । देश की राजधानी दिल्ली में हर घंटे बढ रहे अपराध, पुलिस के आंकडे खुद गवाही दे रहे हैं। लॉकडाउन के सख्ती से पालन के लिए कानून व्यवस्था को भी चाक चौबंद रखने की भरपूर कोशिश की गई , लेकिन दिल्ली में इस दौरान रेप ,डकैती, स्नैचिंग और वाहन चोरी के मामले तेजी से बढ़े हैं. औसतन हर दिन 811 यानी 34 एफआईआर हर घंटे में दर्ज हो रही हैं.

    यही नहीं, इस साल 1 जनवरी से 15 जून तक कुल 833 रेप के मामले दर्ज किए गए हैं. जबकि 2020 में इसी अवधि के दौरान ऐसे मामले कम थे. इस साल कोरोना लॉकडाउन के चलते सार्वजनिक स्थान, स्कूल और ऑफिस बंद के बावजूद  राजधानी में स्ट्रीट क्राइम में इजाफा हुआ है. दिल्ली में 2020 में 15 जून तक पति और ससुराल वालों द्वारा क्रूरता के 824 मामले दर्ज किए गए थे. इस साल 15 जून तक इन मामलों की संख्या 1712 है.
    दिल्ली में महिलाओं के साथ रेप करने के इरादे से होने वाले हमलों के मामलों में 39 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है. पुलिस पिछले साल यानी 2020 में 15 जून तक ऐसे 735 मामले दर्ज किए थे. जबकि इस साल ये बढ़कर 1022 हो गए हैं. यही नहीं, दिल्ली में महिलाओं के अपहरण की घटनाओं में भी करीब 55 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. शहर में 2020 में अपहरण के 1026 मामले दर्ज किए गए, वहीं 2021 में यह आंकड़ा बढ़कर 1580 हो गया है. इसके अलावा महिलओं के अपहरण के मामलों में तीन गुना से अधिक का इजाफा हुआ है. यह संखया 2020 में 46 थी और 2021 में 159 हो गई है. हालांकि 2020 में महिलाओं की हत्या के 226 मामले दर्ज किए थे, लेकिन इस साल 15 जून तक 196 मामले सामने आए हैं.

    दिल्ली पुलिस के खुद स्वीकार करतीं है कि 1 जनवरी 2021 से लेकर 15 जून 2021 के बीच  तक 123295 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं. जबकि पिछले साल इसी समय अवधि में यह आंकड़ा महज 113855 का था.

    दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल 1 जनवरी से 15 जून के बीच लूट के करीब 701 मामले दर्ज किए गए थे. जबकि इस साल 15 जून तक यह आंकड़ा 942 से अधिक है. वहीं, दिल्ली में स्नैचिंग के मामलों में 46 फीसदी की वृद्धि हुई. इस साल स्नैचिंग के 3800 से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं. जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 2600 था.
    यही नहीं, दिल्ली में इस साल 15 जून तक 63 हजार से अधिक चोरी के मामले दर्ज किए गए हैं, जो कि पिछले साल की तुलना में करीब 7 हजार अधिक हैं. इसके साथ मोटर वाहन चोरी और घर में चोरी के मामले भी बढ़े हैं. दंगों के मामले 2020 में 681 से घटकर इस साल 35 रह गए हैं। ऐसी स्तिथि में दिल्ली को संभालना बहुत ज़रूरी है। मुख्यमंत्री केजरीवाल अपनी सामाजिक राजनैतिक जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। उपराज्यपाल दिल्ली पुलिस के सर्वेसर्वा हैं। इस स्तिथि में वह अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। प्रधानंत्री को सीधे पहल कर दिल्ली को संभालने का कार्य करना चाहिए। क्योंकि दिल्ली को सिर्फ केजरीवाल और अनिल बैजल के सहारे नहीं छोड़ा नहीं सकता ।