किसान विरोधी बिलों को वापस ले मोदी सरकार -डॉ आसिफ
अब देश में फैल चुका है किसान आंदोलन – माइनॉरिटी फ्रंट
नई दिल्ली।आल इंडिया माइनॉरिटी फ्रन्ट के अध्यक्ष डॉ सैयद मोहम्मद आसिफ ने कहा है कि दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसान सत्याग्रहियों के खिलाफ प्रदर्शन करने ,उन्हें लाठी मारने, गोली मारो जैसे नारा लगाने वालों को सरकार को गिरफ्तार करे। उन्होंने कहा कि इन उपद्रवियों ने किसान सत्यगृहियों के शिविरों को नष्ट ही नहीं किया बल्कि शांतिप्रिय किसानों पर जान लेवा हमले भी किये। उन्होंने कहा कि इन उपद्रवियों के हमलों के कारण किसानों न सिर्फ घायल हुए बल्कि उनकी एकजुटता बढ़ी और किसान आंदोलन पूरे उत्तर प्रदेश,राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में धधक उठा हैं।
डॉ आसिफ ने यहां जारी बयान में कहा है कि किसान आंदोलन विस्फोटक स्तिथि में पहुंचाने के लिए पुलिस प्रशासन और भाजपा के कार्यकर्ता पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। सरकार की जिम्मेदारी है कि वह शांति स्थापित करने के लिए किसानों के खिलाफ उपद्रव मचाने वालों को फौरन गिरफ्तार करे।
माइनॉरिटी फ्रन्ट के अध्यक्ष डॉ आसिफ ने कहा कि किसानों के बीच शूटर भेजे जाने , उनके खिलाफ दुष्प्रचार करने , लाल किला पर झंडा फहराने वाले को गिरफ्तार न किये जाने से देश और किसानों में नाराजगी है। इस नाराज़गी को दूर किया जाना समय की मांग है। जनभावना की कद्र करते हुए सरकार उपद्रवियों को कानून के दायरे लाये और उन पर सख्त करवाई करे।
डॉ आसिफ ने कहा कि किसान आंदोलन के साथ देश का व्यापारी वर्ग भी करीब से जुड़ा हुआ है, वह भी मंडियों को खत्म किये जाने के खिलाफ है। इसके सतज पूरे देश की सहानुभूति किसानों के साथ है। इसलिए सरकार जनभावना को समझे और तुरंत प्रभाव से किसान विरोधी कानून वापस ले। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दूसरी बार किसानों ने दिल्ली कूच किया तो बड़े पैमाने पर जान माल का नुकसान हो सकता है। इसलिए किसान आंदोलन को तोड़ने की रणनीति बनाने के बदले किसानों की मांग को मान। यह भी सच है भाकपा समर्थकों का बहुत बड़ा हिस्सा याब किसानों के आंदोलन के साथ जुड़ गया है
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