क्या उन पर अभी भी मुकदमा चलेगा जिन लोगों ने तालिबान को लेकर बयान दिया
एक बयान जारी कर ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के डॉक्टर सैयद मोहम्मद आसिफ ने कहा मिल रही सूचना के अनुसार देश हित में अफगानिस्तान कि सत्ता पर काबिज होने वाले तालिबान के साथ बात करने के दिशा में भारत तेजी से बढ़ रही है और बहुत जल्द तालिबान के साथ बात प्रारंभ हो सकता है 2 दिन पूर्व रूस के प्रधानमंत्री विला दी पुतिन के साथ 45 मिनट तक टेलीफोन पर वार्ता हुआ उसके बाद ही भारत वार्ता करने के दिशा में बड़ा है
सूत्रों से यह भी खबर मिल रही थी के केंद्र सरकार अनऑफिशियली रूप से काबुल पर कब्जा करने के बाद सरकार संपर्क में है यह खबर आने के बाद भी सरकार ने इसका खंडन नहीं किया दोहा में भी कई देशों के साथ भारत भी तालिबान के साथ मीटिंग में शामिल रहा है सरकार ने कभी इसका भी खंडन नहीं किया तालिबान से अब सीधे बात करने के बाद रूस चीन पाकिस्तान ईरान के साथ भारत सरकार भी अफगानिस्तान में बनने वाली सरकार को मानवता देने पर विचार कर सकती है
डॉ आसिफ ने कहा मैंने पहले भी इन दिनों समाचार पत्रों के माध्यम से बयान दे चुका हूं कि देश हित में तालिबान से बात करना चाहिए अफगानिस्तान भारत का पड़ोसी देश है और बरसों से भारत के साथ उसके संबंध और देशों से अच्छे रहे है यह तालिबान 2001 वाले नहीं कुछ बदले बदले से हैं 2021 का तालिबान कुछ अलग है 3 अरब डॉलर से अधिक का प्रोजेक्ट अफगानिस्तान में भारत का चल रहा था भारत क्यों छोड़ दे भारत सरकार तालिबान से वार्ता में यह समझौता करे के जो भी आतंकवादी संगठन भारत के खिलाफ काम कर रही है उनको समर्थन ना करें अपनी धरती का प्रयोग करने दे आज जो कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में सम्मिलित है अगर वह भागकर अफगानिस्तान में जाते हैं तो उन्हें भारत के हवाले कर दे अफगानिस्तान में रह रहे भारतीयों को पूर्ण रूप से सुरक्षा दिया जाए और व्यापार जिस तरह चल रहा था उसे और बढ़ावा दिया जाए आज के तालिबान भी जानते हैं के भारत के साथ संबंध मजबूत बना करही देश में खुशहाली ला सकते हैं
डॉ आसिफ ने कहा तालिबान का काबुल पर कब्जा होने के बाद अपने देश से अमेरिका को निकाल कर आजादी हासिल करने की बधाई देने वाले बयान और सोशल मीडिया पर तालिबान सरकार बनने पर कॉमेंट करने या बयान देने वालों पर केंद्र सरकार की पार्टी के उच्च पदों पर बैठे लोगों ने मुसलमानों को कहने लगे जिनको भारत में डर लगता है वह अफगानिस्तान चले जाए इसके पहले पाकिस्तान भेजने की बात की जाती थी अनेक जगहों पर लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए अब जबकि भारत सरकार आने वाले समय में तालिबान सरकार से वार्ता करती है तो जिन लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है गालियां दी गई है क्या वह वापस होगा भारत सरकार ने आधिकारिक रूप से अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद भी कभी नहीं कहा के अफगानिस्तान पर आतंकवादियों का कब्जा हो गया है
सरकार खुले तौर पर उन्हें आतंकवादी नहीं मान रही थी लेकिन भारत मैं जिन लोगों ने अमेरिका को अफगानिस्तान से निकालने पर तालिबान का समर्थन किया उन उन को आतंकवादी कहा गया गाली दी गई देश का गद्दार कहा गया मुसलमानों के विनोद माहौल बनाया जाने लगा उन पर मुकदमा दर्ज हुआ हमारी हमारी पार्टी मांग करती है कि जब भारत सरकार देश हित में वार्ता के लिए आगे बढ़ रहा है तो उन लोगों पर से मुकदमा वापस लिया जाए