मोदी बताएं वामपंथी होना क्या अपराध है ? माइनॉरिटी फ्रंट
नई दिल्ली। ऑल इंडिया माइनॉरिटीज फ्रंट ने रेल मंत्री पीयूष गोयल के बयान पर सख्त ऐतराज़ प्रकट करते हुए उनसे सवाल किया है कि क्या वामपंथ और माओवाद भारत में अपराध हो गया है? फ्रंट ने कहा कि पहले किसान आंदोलन को खालिस्तानी और आतंकवादियों का आंदोलन कह कर देश के उन्हें बदनाम करने अभियान विफल हुआ तो किसान आंदोलन में वाम और माओवादियों की घुसपैठ का पीयूष गोयल ने शगूफा छोड़ा है। ऐसे कथन किसान और देश विरोधी हैं। मंत्री को ऐसे बयानों से परहेज़ करना चाहिए।
ऑल इंडिया माइनॉरिटीज फ़्रंट के अध्यक्ष एस एम आसिफ ने यहां जारी बयान में कहा है कि सरकार किसान विरोधी कानूनों को बिना शर्त वापस लेने के बदले न सिर्फ इसे लटका रही है बल्कि किसान आंदोलन को रोकने के लिए तरह तरह के प्रपंच रच रही है। भाजपा सरकार ने रास्ता रोकने के लिए खाइयां खुदवाएं, सर्द मौसम में उनपर पानी की धार छुड़वाई, लाठी चलवाई। देश के अन्नदाता भयावह सर्द रातों में खुले आसमान में रहने को मजबूर हैं। यह सरकार समाधान के बदले किसान आंदोलन को इस या उस नाम से बदनाम करने का षड्यंत्र रचे जा रही है।
जनाब आसिफ ने आंदोलनरत किसानों को सलाम करते हुए कहा है कि आपने अपने संघर्ष के तौर तरीकों से सर्वधर्म ,सर्वराज्य , सर्वभाषा और सर्व वैचारिकता की उदाहरण पेश किया है जो तारीफ के काबिल है। आसिफ ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि वह स्पष्ट करें वामपंथी या माओवादी होना क्या कोई अपराध है। उन्होंने बताया कि देश में सैकड़ों की संख्या में वाम व माओवादी संसदीय मार्ग को अपना कर विधान सभाओं और संसद की शोभा बढ़ा रहे हैं। इस विचारधारा और वाम दलों की राज्यों में सरकार राह चुकी है।अगर वे किसान आंदोलन में साथ दे रहे हैं तो इसमें कोई बुराई नहीं। सरकार फौरन तीनों किसान विरोधी कानूनों को फौरन वापस ले। ऐसा न करने से देश भारी नुकसान से गुज़र रहा है।
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